अन्ना का आन्दोलन
**This poem is for 2011 Indian anti-corruption
The movement was named among the “Top 10 News Stories of 2011” by Time magazine. The movement gained momentum from 5 April 2011, when anti-corruption activist Anna Hazare began a hunger strike in New Delhi.
अन्ना के आने से पहले
क्या तुम सोये हुए थे ?
भ्रष्टाचार की राहों में
क्या तुम खोये हुए थे ?
क्यूँ जागे हो आज बताओ
ऐसा क्या हुआ है?
क्या भरोसा कल को फिर तुम
खो कहीं ना जाओ?
यह आग बहुत मुश्किल से लगी है
देखो बुझ ना जाए
अन्ना के अन्न खाने से कहीं
यह भूख मिट ना जाए
सत्तर साल के बुज़ुर्ग ने तुमको आज जगाया
जो तुम सोच ना पाए कभी वोह सपना तुम्हें दिखाया
भूल ना जाना उसके प्रण को
वो अनशन जो तोड़े
दुनिया में बहुत कम अन्ना हैं
जो हम सबको जोडें
इतिहास बनाया है तुमने
अपना साथ दिखा के
प्रण यह लो कि रहोगे अब तुम
भ्रष्टाचार मिटा के !!
— Swasti Sharma